High Return SIP: टैक्स बचाने के साथ-साथ निवेश पर दमदार रिटर्न भी चाहिए तो म्यूचुअल फंड की ELSS स्कीम्स एक बेहतरीन विकल्प साबित हो सकती हैं।
ऐसी ही एक स्कीम है SBI Long Term Equity Fund जिसने पिछले 18 सालों में SIP Return के मामले में निवेशकों को मालामाल कर दिया है। यह स्कीम न सिर्फ टैक्स बचाती है बल्कि लंबे समय में निवेश पर शानदार ग्रोथ भी देती है।
1 लाख बने 1.30 करोड़ 130 गुना मिला रिटर्न
SBI Long Term Equity Fund को 31 मार्च 1993 को लॉन्च किया गया था और तब से लेकर अब तक इसने निवेशकों को 16.37% का सालाना रिटर्न दिया है।
इसका मतलब यह है कि यदि किसी निवेशक ने इस स्कीम में एकमुश्त 1 लाख रुपये लगाए होते तो आज वह रकम 1.30 करोड़ रुपये से ज्यादा होती। इसने कुल मिलाकर निवेशकों का पैसा 130 गुना बढ़ा दिया है।
SIP Return 18 साल में 10,000 रुपये की SIP बनी करोड़ों में
इस स्कीम की खास बात यह है कि इसमें SIP Return भी जबरदस्त रहा है। वैल्यू रिसर्च के आंकड़ों के मुताबिक यदि किसी निवेशक ने इस फंड में 1 लाख रुपये upfront लगाकर हर महीने 10,000 रुपये की SIP शुरू की होती तो 18 साल में उसकी वैल्यू 1.13 करोड़ रुपये तक पहुंच जाती।
इस दौरान कुल निवेश 22.6 लाख रुपये होता और रिटर्न की दर होती 15.19% सालाना।
स्कीम की मुख्य विशेषताएं
यह स्कीम एक Equity Linked Savings Scheme (ELSS) है जिसे 31 मार्च 1993 को लॉन्च किया गया था। ELSS स्कीम होने के कारण इसमें लॉक-इन पीरियड 3 साल का होता है यानी निवेश के बाद कम से कम तीन साल तक आपका पैसा लॉक रहेगा। यह टैक्स सेविंग के साथ-साथ बेहतर रिटर्न का मौका भी देती है।
इस स्कीम ने लॉन्च के बाद से अब तक 16.37% का एनुअलाइज्ड रिटर्न दिया है जो इसे लॉन्ग टर्म निवेश के लिए आकर्षक विकल्प बनाता है। वहीं यदि कोई निवेशक इसमें SIP यानी सिस्टमैटिक इन्वेस्टमेंट प्लान के जरिए निवेश करता है तो उसे औसतन 15.19% का रिटर्न मिला है।
इस स्कीम में निवेश की शुरुआत केवल ₹500 से की जा सकती है चाहे आप एकमुश्त (लंप सम) निवेश करना चाहें या हर महीने SIP के जरिए। यह इसे छोटे निवेशकों के लिए भी सुलभ और आसान बनाता है।
30 अप्रैल 2025 तक इस स्कीम का एसेट अंडर मैनेजमेंट (AUM) ₹28,506 करोड़ तक पहुंच चुका है जो इसकी लोकप्रियता और निवेशकों के भरोसे को दर्शाता है।
खर्च के मामले में भी यह स्कीम पारदर्शी है। इसके रेगुलर प्लान का एक्सपेंस रेशियो 1.59% है, जबकि डायरेक्ट प्लान में यह घटकर 0.99% हो जाता है। यानी जो निवेशक डायरेक्ट रूप में इसमें निवेश करते हैं, उन्हें कम लागत में ज्यादा रिटर्न का फायदा मिल सकता है।
इस तरह, टैक्स बचत के साथ लंबी अवधि में मजबूत रिटर्न चाहने वालों के लिए यह स्कीम एक प्रभावशाली विकल्प साबित हो सकती है।
हाल के वर्षों में रिटर्न
हाल के वर्षों में इस निवेश योजना ने निवेशकों को काफी अच्छा रिटर्न दिया है। यदि पिछले 3 वर्षों की बात करें तो इसने औसतन 24.22% सालाना का रिटर्न दिया है जो कि किसी भी म्यूचुअल फंड या पारंपरिक निवेश की तुलना में काफी बेहतर माना जाता है।
वहीं अगर 5 साल की अवधि को देखें तो इसने लगभग 28.32% सालाना का प्रभावशाली रिटर्न दिया है। यह आंकड़े यह दर्शाते हैं कि यह योजना लंबी अवधि में धन वृद्धि के लिहाज से एक मजबूत विकल्प साबित हो सकती है खासकर उन निवेशकों के लिए जो नियमित और स्थिर ग्रोथ की तलाश में हैं।
SIP Return को देखकर यह साफ है कि इस स्कीम में लंबी अवधि के लिए निवेश करने पर रिटर्न का पोटेंशियल काफी मजबूत है।
इन कंपनियों में है निवेश
इस स्कीम की टॉप होल्डिंग्स में देश की सबसे बड़ी कंपनियां शामिल हैं, जैसे:
- HDFC Bank – 9.65%
- Reliance Industries – 9%
- ICICI Bank – 3.71%
- ITC – 3.2%
- Tata Steel – 3.05%
- SBI – 2.58%
सेक्टर वाइज एलोकेशन
- Financial Services – 28.87%
- Oil & Gas – 11.56%
- IT – 9.75%
- Healthcare – 6.70%
- Auto – 5.72%
- FMCG – 5%
- Power – 3.03%
किनके लिए है ये स्कीम
SBI Long Term Equity Fund उन निवेशकों के लिए आदर्श है जो टैक्स सेविंग और लॉन्ग टर्म कैपिटल ग्रोथ को प्राथमिकता देते हैं।
हालांकि यह स्कीम ‘वेरी हाई रिस्क’ कैटेगरी में आती है लेकिन SIP Return के जरिए जोखिम को काफी हद तक कम किया जा सकता है।
यदि आप लंबी अवधि के लिए टैक्स बचाते हुए निवेश करना चाहते हैं और अच्छे SIP Return की उम्मीद रखते हैं तो SBI की यह स्कीम एक बेहतरीन विकल्प हो सकती है। हालांकि निवेश से पहले अपनी जोखिम क्षमता का मूल्यांकन और वित्तीय सलाहकार से सलाह जरूर लें।
डिस्क्लेमर: यह लेख केवल सूचना के उद्देश्य से है। इसमें निवेश की सलाह नहीं दी जा रही है। किसी भी निवेश से पहले योग्य वित्तीय सलाहकार से परामर्श अवश्य करें।